हैप्पी दशहरा:क्या आप जानते हैं मां दुर्गा के बारे में ये बातें?

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By newsidia24.com




Happy Dussehra: Do you know these things about Ma Durga?

माँ दुर्गा हर जगह पायी जाती है जिनका मन साफ़ होता है जिन लोगो के अंदर लोभ,छल नहीं होता है उन लोगो के घर माँ दुर्गा लक्ष्मी के रूप में वास् करती है साधु संतो के घर में दुर्गा माँ श्रद्धा के अवतार में रहती है | 

माँ दुर्गा का जन्म कैसे हुआ था 

आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको ये बतायगे के माँ दुर्गा का जन्म किस प्रकार से हुआ था महिषा सुर नामक एक असुर का जन्म हुआ था जो बहुत ही दुष्ट और पापी था कमज़ोरों पर अत्याचार करता था अपने बल से महिषा सुर दो रूप में रहता था ये कभी भैस व कभी असुर का रूप धारण कर लिया करता था|

Happy Dussehra: Do you know these things about Ma Durga?

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महिषा  सुर ने अमर होने के लिए भगवान् भ्रमा को खुश करने के लिए खूब तपस्या करि  और उसकी इस तपस्या को देख भगवान भ्रमा बहुत  खुश भी हुए भ्रमा जी ने महिषा सुर से कहा बोलो तुम्हे क्या वरदान चाहिए मेरी मृत्यु किसी भी देव मानव या मनुष्य के द्वारा मेरी मर्त्यु न की जा सके अगर मेरी मृत्यु हो तो सिर्फ एक स्त्री के हाथो से 

भगवान् भ्रमा ने उसको ये वरदान दे दिया के तेरी मृत्यु सिर्फ एक स्त्री के हाथो से ही हो सकती है तुझे कोई मानव देव और मनुष्य नहीं मार सकता भ्रमा  के द्वारा ये वरदान मिलने पर महिषासुर और खुखार हो गया और वो अपने आतंक से लोगो को परेशांन करने लगा उसने तीनो लोको में अपना वहशी पन फैलाना शुरू कर दिया था |

Happy Dussehra: Do you know these things about Ma Durga?

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देव दानव और मानव हर कोई उससे परेशांन हो गया  पर कोई भी उसको मार नहीं पा रहा था तब सभी देव परेशांन होकर ब्रह्मा जी के पास गए और उनसे कहा के हे भगवान हमारी परेशानियों को दूर करें हम सभी  महिषासुर के अत्याचार से बहुत परेशांन  हो चुके है |

तब सभी  देव ने अपने तेज़ से एक देवी को पैदा किया शंकर जी के तेज़ से दुर्गा माँ के मुख का निर्माण हुआ और यमराज के तेज़ से बाल बने और भगवन विष्णु के तेज़ से भुजाओ का जन्म हुआ चन्द्रमा के तेज़ से सर के नीचे का हिस्सा बना और इंद्र के तेज से बनी कमर बह्रमा के तेज़ से बने चरण और सूर्य के तेज़ से दोनों पैरो की उंगलियों का निर्माण हुआ था |

अग्नि के तेज़ से आंखे बानी वायु के तेज़ से दुर्गा माँ के कान बने थे तत्पश्चात सभी देवो ने मिलकर दुर्गा माँ को अस्त्र प्रदान किये थे भगवान् शिव ने माता को त्रशूल दिया था और विष्णु जी ने माता को चक्र प्रदान किया भ्रमा जी ने चारो वेद दिए थे |

इन्ही सारे अस्त्रों को दुर्गा मात अपने हाथो में लिए रहती है दुर्गा माता का जन्म सभी देवो के तेज़ को मिलाकर हुआ था यही कारण ये भी कहा जाता है के मा दुर्गा सभी देवो से ज्यादा शक्तिशाली है क्युके सभी देवो की शक्तिया माँ दुर्गा में पायी जाती है इन्ही शक्तियों की मदद से दुर्गा माँ महिषा सुर को मारने गयी थी माँ ने अपने त्रिशूल से महिषा सुर का वध भी कर दिया था | 

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