10 अनसुने किस्से दशहरे के

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By Swati




10 unheard stories of Dussehra

आज हम आपको ऐसे 10 किस्से  दशहरे के बताने वाले हैं जो मुझे लगता है कि बहुत ही कम लोग जानते होंगे

यह तो हम सभी लोग जानते हैं कि भगवान राम ने रावण का वध किया था और यही कारण था दशहरा मनाने का खैर यह बात तो हम सभी लोग जानते हैं पर जो मैं अब आपको बताने वाली हूँ  वह शायद आप नहीं जानते होंगे| 

10 unheard stories of Dussehra

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दशहरे का जो शब्द है वह संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है दशा + हारा और इसका मतलब होता है सूरज की हार ये भी बात कही जाती है कि अगर रावण का वध भगवान राम ने ना किया होता तो उस दिन के बाद सूरज की रोशनी से हम सभी वंचित हो जाते फिर सूरज कभी भी उदय नहीं होता हमेशा हमेशा के लिए ही अस्त हो जाता यही कारण था कि राम जी के द्वारा रावण का वध करना बहुत जरूरी हो गया था| 

आप सबको पता ही होगा कि दशहरे को विजयदशमी भी पुकारा जाता है जिसका मतलब होता है दसवें दिन विजय होने वाला इसको आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि हमारी मां दुर्गा ने दसवे दिन पर ही महिषासुर राक्षस का वध कर दिया था| 

कौन था महिषासुर राक्षस

10 unheard stories of Dussehra

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10 unheard stories of Dussehra:बताया जाता है कि महिषासुर असुरों का राजा हुआ करता था और यह भोले भाले सीधे-साधे मनुष्यों को सताया करता था महिषासुर के इन अत्याचारों को देखकर भगवान ब्रह्मा विष्णु और महेश ने मिलकर दुर्गा शक्ति को बनाया और इसके बाद महिषासुर और शक्ति दोनों के बीच 10 दिन तक भयानक लड़ाई चलती रही और 10 दिन के बाद मां दुर्गा ने विजय प्राप्त कर ली और महिषासुर को मार दिया| 

ऐसा भी माना जाता है कि नवरात्रि के दिन दुर्गा मां अपने मायके में आती हैं दसवे दिन पर ही उनकी विदाई होती है यही कारण है कि दसवें दिन रात में दुर्गा मां को पानी में विसर्जित किया जाता है| 

एक मान्यता हम अपने पूर्वजों से यह भी सुनते आ रहे हैं कि श्री राम ने रावण के 10 सर को मार दिया था जिसे हम अपने अंदर छुपी हुई 10 बुराई के नाम से भी जान सकते हैं वह 10 बुराई कौन-कौन सी हैं| 

10 हमारे अंदर छिपी हुई बुराई 

पाप काम प्रेम लोभ क्रोध घमंड जलन अहंकार अमानवता और अन्याय

अगर हम अपने भीतर से इन बुराइयों को निकाल देते हैं तब हम सभी एक बहुत अच्छे इंसान के रूप में आ सकते हैं पर आज के टाइम पर हम लोग देख ही रहे हैं कि यह तीन चीज बहुत मुश्किल से हमारे अंदर से निकलते हैं वह तीन चीज हैं क्रोध मोह और लोभ| 

और घमंड तो हमारे ऊपर पूरी तरह से वास् करे हुए है घमंड से ही पैदा होता है ईगो एटीट्यूड और डिसरेस्पेक्ट 

ऐसी भी मानयता है के पहली बार दशहरे को मैसूर के राजा के वहा पर १७वी शताब्दी में मनाया गया था  

दशहरा भारत के साथ साथ नेपाल और मलेशिया में भी बहुत धूम धाम से मनाया जाता है मलेशिया में इस दिन पर नेशनल छुट्टी दी जाती है |

दशहरा  के बाद ठंड शुरू हो जाती है इस कारण लोग इसको मौसम के बदलाव के रूप में भी देखते है | 

रावण को मारने के लिए भगवान् राम ने माँ दुर्गा की पूजा करि थी और माँ दुर्गा ने ही रावण का वध कैसे किया जाए ये बात भगवन राम को बताई थी अगर माँ दुर्गा ने वो रहस्य भगवन श्री राम को ना बताया होता तो रावण कभी नहीं मरता | 

दशहरा के दिनपर ही राजा अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया है और इसी दिन  हमारे सविधान के निर्माता डॉक्टर आंबेडकर ने भी बौद्ध धर्म को अपना लिया था | 

क्या आप ये जानते है के दशहरे के दिन पर नील कंठ के दर्शन को बहुत शुभ माना जाता है | 

Swati
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